A Review Of bhoot wali kahani

Wiki Article

उस बच्ची की जान रात को करीब एक बजे गई थी। उसी रात को पास के ही एक गांव की महिला मोहिनी को एक ट्रक ने टक्कर मार दी थी। मोहिनी के परिवार वालों ने पूरी विधि के साथ उसे अंतिम विदाई दी। अब बच्ची के परिवार वाले भी उसे दफनाने के लिए जंगल की तरफ निकले।

सोनू : पापा उस कुएं के भूत ने सभी को परेशान कर रखा है.. और कोई भी कुछ नहीं कर पा रहा है..

पहलवान से जीतना असंभव जानकर भूत मोहन के सामने पेड़ न काटने की गुजारिश करने लगे। भूतों ने कहा यह हमारा घर है। हम कई साल से यहां रह रहे हैं। हमारे घर को मत उजाड़ो। भूतों ने इसके बदले खेतों में काम कर उपज मोहन के घर पहुंचाने का प्रस्ताव रखा। मोहन को भूतों पर दया आ जाती है और वह उनका प्रस्ताव स्वीकार कर घर चला जाता है। इसके बाद से भूत समय-समय पर पहलवान के घर हर फसल पहुंचाने लगे।

राजू ने खुशी से भरा हुआ हृदय के साथ खिलौना समझाया, “तुम मेरी पूरी जिंदगी को रंगीन और सुखद बना सकते हो?

तुम उस ओर ध्यान मत दो और अपना काम करो और भूल कर भी उस जंगल की ओर मत जाना।

सोनू : बंटी मेरे दोस्त बाहर निकलो.. तुम कहां हो.. कहां हो तुम.. सोनू चीखता रहता है पर कुए से कोई भी आवाज नहीं आती.

Prithvi comes to think that the Female he saw is Meera and that she has become possessed via the ghost for 11 years. He provides his conclusions to Joshi who advises him to establish the ghost; Riaz is wary, knowing This is certainly properly over and above their responsibility. Prithvi learns which the crew on the ship dedicated suicide, aside from Meera and her mother, and grows suspicious of the unidentified person among the crew.

गौरब अपने दोस्तों की मदद से उस आत्मा की शरीर को ढूंढ़ता है जोकि उसे एक पेड़ के निचे मिलता है। फिर गौरब पुलिस को ये सुचना देता है और पुलिस उस आत्मा के पति को गिरफ्तार करता है और कोट उसे आजीबन करबास की सजा सुनाता है।

दूसरी बात उसी वक्त की है जब हम कार में रहते थे। गर्मी का मौसम था। हम रात को टेरेस पे या अपने रूम के बाहर सोते थे। हमारे रूमके बायें तरफ सीढ़िया ऊपर जाती थी , कुछ सीढ़ियों के बाद एक बड़ा स्पेस था उसके बाद फिर सीढ़ियाँ ऊपर गुजरातियों के घर के तरफ जाती थी। उस बड़े स्पेस में तुम्हारे अरविंद मामा सोते थे।

बच्चे अगर शरारती हों, तो उन्हे समझाना किसी भी माता-पिता के लिए कोई जंग जीतने से कम नहीं होता। ऐसे बच्चों की शरारतें कम करने का एक तरीका है भूतिया कहानियां। डरावनी कहानियां बच्चों के लिए मनोरंजन का अच्छा जरिया साबित होती है। 

सोनू : अब मैं समझा.! इस कुएं में कोई भी भूत नहीं है.

उसके बाद वो पार्टी वाले कमरे में गया और website उसे हमेशा के लिए बंद कर दिया। कुछ दिनो बाद वुडरूफ अपने घर के पोर्च पर खडा था उसी समय किसी ने उसे गोली मार दी और मौके पर ही उसकी भी मौत हो गयी। *** मिर्लेस प्‍लांटेशन में रूहों का कब्‍जा *** आज भी मिर्लेस प्‍लांटेशन में रूहों का पुरी तरह से कब्‍जा है। यह मकान कई हत्‍याओं और आत्‍महत्‍याओं का गवाह है। मकान के सिड़ीयों के पास जाते समय जब आप अकेले जाएंगे तो ऐसा महसूस होगा कि सारा सीढि़यों से उतर रही है। कई लोगों ने सारा को और उसके बच्‍चों को कमरों में दौड़ते हुए देखने का दावा किया है। वही मिर्लेस प्‍लांटेशन के बाहर चेलोय के कमरे में आज भी किसी लड़की के सीसकने की आवाजें साफ सुनई देती हैं। मकान के पिछे वाले हिस्‍से में एक पुराना पेड़ है, जहां एक महिला का शव पेड़ से लटका हुआ दिखायी देता है। इसके अलांवा मिर्लेस प्‍लांटेशन का वो कमरा जहां आखिरी बार पार्टी की गयी थी उस कमरे में आज भी उस केक की महक को महसुस किया जाता है, साथ ही साथ बच्‍चों की रोने की आवाजें भी कई लोगों को डरा चुकी है। असली भूत की कहानी।

महिला ने सोचा कि मेरे पति के जानकार हो सकते है। इसलिए महिला ने पहलवान को मेहमान के कक्ष में बैठा दिया और बाल्टी लोटा हाथ पैर धोने के लिए दे दिया।

सत्य और ईमान के रास्ते पर चलने वाली ईमानदारी की कहानी

Report this wiki page